उम्र भर ख्याली भूतों से अगर, मैं ना डरता…

सैनिक रवि – डर पर विजय – स्वगत

हॉकी खेलने का शौक मार
फ़ौज में भर्ती ले ली
मोहल्ला मुझे निकम्मा-निठल्ला न कहे
मुझे मेरे आत्म-सम्मान का डर था

इस सब में कहाँ किसी को जान का डर था?
पर आज, यहां बॉर्डर पर बैठ कर
जान का खतरा जब सर पर मंडरा रहा है
वो डर कितना बोगस था, ये समझ में आ रहा है

और शायद ये समझ इंसान को एक बार और आता है
जब बुढ़ापे में बिस्तर पर लेटे-लेटे
उसका पूरा जीवन उसकी आँखों के सामने से जाता है
और वो कहता है खुद से
उम्र भर ख्याली भूतों से अगर, मैं ना डरता
खुदा मैं क्या ज़ोर से जीत, खुदा – मैं क्या चैन से मरता


Written By: अमरीश वर्मा
Played By: परमवीर चीमा
Web Series: सपने बनाम एवरीवन – द ड्रीम मस्ट नॉट डाए (Dec 2023- Jan 2024)

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